चंदेरी (विनीत श्रीवास्तव) :- शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर जारी संकट गहराता जा रहा है। वही चंदेरी नगरपालिका के सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर बीते 11 दिनों से हड़ताल पर हैं।सफाई कर्मियों की हड़ताल को खत्म करने के लिए सोमवार को प्रशासन, प्रतिनिधि और सफाई कर्मियों के बीच बैठक हुई, लेकिन घंटों चली बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सकी।
बैठक में सफाई कर्मियों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों में से केवल तीन मांगों पर जोर दिया जिसमें नगरपालिका सफाई दरोगा रवि खन्ना का स्थानांतरण, सफाई कर्मियों को नियमित और 10 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे दैनिक वेतन भोगियों को विनियमित किए जाने की अपनी प्रमुख माँगों पर ज़ोर दिया, जबकि प्रशासन का कहना था कि मौजूदा वर्तमान स्थिति में सभी माँगों को तुरंत मानना संभव नहीं है। दोनों पक्षों के बीच समझौता न होने के चलते बैठक बिना परिणाम समाप्त हो गई।
इस बीच, नगरपालिका ने फैसला लिया है कि हड़ताली कर्मियों की अनुपस्थिति में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए बाहर से सफाई कर्मियों को बुलाया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि अब "शहर की सफाई से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, अस्थायी व्यवस्था के तहत बाहरी कर्मियों से काम लिया जाएगा।
विधायक और जिलाअध्यक्ष के आश्वासन को भी नकारा
सोमवार को नगर के हैंडलूम पार्क में सफाई कर्मियों की हड़ताल को लेकर बैठक की गई जिसमें विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी, एसडीएम सुभ्रता त्रिपाठी, तहसीलदार दिलीप दरोगा, एसडीओपी शैलेन्द्र शर्मा, सीएमओ प्रदीप शर्मा सहित नगरपालिका के पदाधिकारी और नगर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। उपस्थित सभी के समक्ष प्रशासन और सफाई कर्मियों के बीच लंबी बैठक हुई। हालांकि मौजूदा वर्तमान स्थिति में सफाई कर्मियों की सभी माँगों को तुरंत मानना संभव नहीं था इसलिए बातचीत के बाद भी कोई समझौता नहीं हो सका। अधिकारियों ने सफाई कर्मियों की मांगों को उचित माना लेकिन कहा कि फिलहाल सभी मांगों को एक साथ पूरा करना संभव नहीं है। इस दौरान विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी और जिला अध्यक्ष आलोक तिवारी ने मांगों को जल्द ही पूरा करने का आश्वासन दिया लेकिन सफाई कर्मियों ने साफ़ कहा कि अब वे केवल वादों से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें समाधान चाहिए।
सफाई कर्मी बोले हमारी जायज़ मांगों को दबाने की कोशिश
सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही, और अब टकराव गहराने के आसार दिख रहे हैं। हड़ताल कर रहे सफाईकर्मियों और प्रशासन के बीच बातचीत से कोई समाधान नहीं निकल सका। नतीजतन, शहर में कचरा न फैलने पाए इसके लिए बाहर से सफाईकर्मियों को बुलाने की तैयारी की जा रही है।
प्रशासन के इस कदम का सफाई कर्मियों ने कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि बाहर से लोगों को लाना समस्या का हल नहीं है बल्कि यह उनकी जायज़ मांगों को दबाने की कोशिश है। वहीं प्रशासन का कहना है कि नागरिकों की सुविधा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाना ज़रूरी है।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
इधर, सफाई कर्मियों की हड़ताल की वजह से शहर में करीब 12 दिनों से सफाई नहीं हुई हैं इससे शहर में कूड़ा-कचरे का ढेर लगने से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही गंदगी के इस माहौल में स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सफाई कार्य शुरू नहीं हुआ तो डेंगू व अन्य बीमारियों का ख़तरा बढ़ सकता है। वर्तमान में चंदेरी सिविल अस्पताल की ओपीडी में आय दिन 500 से अधिक मरीज़ इलाज़ कराने पहुंच रहे हैं।
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